फतेहाबाद। आर्य समाज फतेहाबाद द्वारा सुन्दर नगर स्थित आर्य समाज भवन में वासंती नवसस्येष्टि होलिकोत्सव के शुभ अवसर पर यज्ञ सत्संग किया गया। यज्ञ के ब्रह्मा पुरोहित दीपक शास्त्री ने वेद मंत्रों को उच्चारण कर यज्ञ में विशेष आहुति डलवाई। यज्ञ के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि आज पूरे भारतवर्ष में पावन पर्व होली को मनाया जा रहा है। संस्कृत के होला शब्द से होली बना। प्राचीन काल में हमारे किसान नई फसल को ग्रहण करने से पहले हवन करके अग्नि देव को समर्पित करते थे। कहा जाता है कि मनुष्यों में सर्वश्रेष्ठ ब्राह्मण को समझा जाता है और भौतिक देवों में अग्नि को सर्वप्रधान देव माना गया है, इसलिए देव यज्ञ का प्रधान साधन भौतिक अग्नि ही है, क्योंकि वह सब देवों का दूत है। दीपक शास्त्री ने कहा कि वेद में इसे अनेक बार देवदूत कहा गया है और हमारी श्रुति भी कहती है कि अकेला खाने वाला केवल और केवल पाप खाता है। उन्होंने कहा कि इस पावन पर्व को श्रेष्ठ बनाने के लिए हवन यज्ञ के साथ हमें दान और परोपकार करना चाहिए। इस होली मिलन समारोह के अवसर पर उपस्थित महिला आर्य समाज से संतोष भ्याणा ने पुष्प वर्षा कर एक दूसरे को बधाई दी। इस अवसर पर आर्य समाज फतेहाबाद के प्रधान आर्य अरुण ग्रोवर, बुधराम आर्य, हरीश गांधी, नन्दलाल, सुरेंद्र सिंह सोनी, हरीश वर्मा, मुन्ना सिंह एवं संपूर्ण मातृशक्ति उपस्थित रहे। प्रधान आर्य अरुण ग्रोवर ने होली पर्व की बधाई देते हुए कहा कि आप सभी के जीवन में सुख शांति व समृद्धि बनी रहे।