फतेहाबाद: जिला पुस्तकालय को शहर से 5 किलोमीटर दूर नए बस स्टैंड पर शिफ्ट करने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। छात्र, पाठक एवं सामाजिक संस्थाएं अब जिला पुस्तकालय को नए बस स्टैंड में शिफ्ट करने के विरोध में खुलकर सामने आए गए है। सबने एक सुर में जिला प्रशासन के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए शहर में ही जिला पुस्तकालय के लिए अस्थाई रूप से जगह देने की मांग रखी है। आज नागरिक अधिकार मंच के सदस्य, पार्षद मोहन लाल नारंग, जिला बार एसोसिएशन की पूर्व सचिव कमलेश वशिष्ठ ने छात्रों व पाठकगणों के साथ सिटी मजिस्ट्रेट गौरव गुप्ता को ज्ञापन सौंपा और उनसे आग्रह किया कि मॉडल टाऊन स्थित पपीहा टूरिस्ट कॉपलैक्स में जिला पुस्तकालय को अस्थाई रूप से शिफ्ट किया जाए। मामले की जानकारी देते हुए पार्षद मोहन लाल नारंग और पूर्व बार सचिव कमलेश वशिष्ठ ने बताया कि शहर से दूर बसों की आवाजाही और शोरगुल के बीच जिला पुस्तकालय को नए बस स्टैंड में शिफ्ट करने का फैसला गलत है। कमलेश वशिष्ठ ने विशेष तौर लड़कियों की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि देर रात तक पढ़ाई करने वाले लड़कियों की सुरक्षा की जिम्मेवारी कौन लेगा। सुबह सवेरे जब वह बस स्टैंड पर जाएगी और देर रात पढ़ाई करके लौटेंगी तो उनकी सुरक्षा की गारंटी किसकी होगी। अगर देर रात बस स्टैंड से लौटते समय उनके साथ कोई वारदात हुई तो कौन जिम्मेवार कौन होगा। मोहन लाल नारंग ने कहा कि शहर से दूर नए बस स्टैंड तक आने जाने का किराया 40 रुपये है। इसके अलावा पार्किंग फीस देनी भी देनी होगी। दूसरा ब”ाों की सुरक्षा का सबसे अहम मुद्दा है। इन सब कारणों को देखते हुए नए बस स्टैंड पर जिला पुस्तकालय को शिफ्ट करना बिल्कुल भी उपयुक्त नहीं है। उन्होंने कहा कि मॉडल टाऊन में स्थित पपीहा टूरिस्ट कॉपलैक्स जिला पुस्तकालय के लिए सबसे उपयुक्त जगह है। इसके अलावा प्रशासन के सामने शहर में जिला पुस्तकालय को जगह देने के कई विकल्प मौजूद है।