फतेहाबाद। गौमाता की सेवा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और धन-दौलत की प्राप्ति होती है। गौमाता की सेवा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। यह बात गांव रामसरा स्थित श्रीकृष्ण गौ अनुसंधान पीठ गौशाला में आयोजित सात दिवसीय संगीतमयी दिव्य गौ कथा एवं श्री नरसी कथा के दौरान गौसेवा का महत्व बताते हुए कथावाचक पंडित भीखाराम शर्मा, गौसेवक रावतसर ने कही। बता दें कि गांव रामसरा में 11 फरवरी से 17 फरवरी तक दिव्य गौकथा का आयोजन किया जा रहा है। इस कथा का शुभारंभ मंगल कलश यात्रा के साथ किया गया।
गौकथा के दौरान ग्रामीणों को गौ की महिमा से अवगत करवाते हुए पंडित भीखाराम शर्मा ने कहा कि गौ सनातन धर्म की जननी है। कलयुग में गौसेवा करने से ही मनुष्य का कल्याण निश्चित है। गौ को साधन नहीं साध्य समझे। उन्होंने कहा कि आज के युग में गौ माता की महिमा को नहीं समझा जा रहा और गौ माता को घर से निकाला जा रहा है जोकि बेहद चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि गौमाता की सेवा करने से मन, वाणी, कर्म और शरीर की पवित्रता मिलती है। गौसेवा करने से समाज और व्यक्ति निरोगी और मानसिक रूप से संतुष्ट रहते हैं। उन्होंने ग्रामीणों से आहवान किया कि वह गौसेवा को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। गौशालाों में जाकर गौसेवा करे, दान-पुण्य करें, इससे उनकी जिंदगी में खुशहाली आएगी। गौ सेवा करने से 100 तीर्थों का पुण्य प्राप्त होता है। इस अवसर पर गौशाला प्रधान विजय शर्मा, सरपंच पवन बंसल, धर्मवीर झाझड़ा, जगदीश, रोशन लाल, पवन झाझड़ा, पवन सिहाग, उमेश, सुनील, सुरेंद्र, ओमप्रकाश फौजी सहित सैंकड़ों गौ भक्त मौजूद रहे।
गौ सेवा करने से 100 तीर्थों का पुण्य प्राप्त होता है : पंडित भीखाराम शर्मा
रामसरा में संगीतमयी दिव्य गौ कथा एवं श्री नरसी कथा का आयोजन

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