टोहाना। सुपरवाइजर सुमन मलिक ने महिलाओं को कुपोषण मुक्त अभियान के अंतर्गत जागरूक करते हुए कहा कि पौष्टिक आहार स्वस्थ शरीर के लिए बहुत जरूरी है। शनिवार को सुपरवाइजर सुमन मलिक ने कुपोषण मुक्त अभियान के तहत गाँव अकावाली के आंगनबाड़ी सेंटर पर कुपोषण मुक्त अभियान का संदेश दिया।
सुपरवाइजर सुमन मलिक ने बताया कि कुपोषण मुक्त अभियान का मुख्य लक्ष्य पौष्टिक आहार के बारे में जन-जन को अवगत करवाना है। उन्होंने महिलाओं को बताया कि गर्भावस्था के दौरान संतुलित एवं पोषक आहार से ही स्वस्थ बच्चे का जन्म होता है। बच्चे को माँ का दूध और छह महीने बाद संतुलित आहार देना आवश्यक है, जिससे वह कुपोषण से बच सके और उसका संपूर्ण विकास हो सके। कुपोषण एक गंभीर समस्या है, जो महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। इसे दूर करने के लिए हमें हरी सब्जियाँ, दालें, दूध, फल और सूखे मेवे अपने आहार में शामिल करने चाहिए। कुपोषण हमें अनेक बीमारियों का शिकार बना लेता है जिससे मनुष्य को सामान्य जीवन जीने में अनेक परेशानी आती हैं। उन्होंने कहा कि आहार से संबंधित बरती गई थोड़ी सी लापरवाही से शरीर में अनके प्रकार की बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
इस दौरान उन्होंने महिलाओं को संतुलित एवं पोषणयुक्त आहार अपनाने की शपथ भी दिलाई गई, ताकि वे स्वयं स्वस्थ रहकर अपने परिवार को भी स्वस्थ रख सकें। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा गाँव में एक प्ले स्कूल खोला गया है, जिसमें अधिक से अधिक बच्चों को भेजने के लिए प्रेरित किया गया। हरियाणा सरकार बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए विशेष प्रयास कर रही है, ताकि खेल-खेल में उनका मानसिक और शारीरिक विकास हो सके। इस दौरान उन्होंने महिलाओं को आपकी बेटी, हमारी बेटी, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना और अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई, जिससे अधिक से अधिक लोग इनका लाभ उठा सकें