फतेहाबाद। जिला के युवाओं को नशे रूपी दलदल से बाहर निकालने के लिए सकारात्मक व प्रभावी कदम उठाने होंगे। नशा युवाओं को दिन प्रतिदिन अपनी गिरफ्त में ले रहा है, जिससे युवा अपने लक्ष्य व मार्ग से पथभ्रष्ट हो रहे हैं। हमें मिलकर युवाओं को नशे की गिरफ्त से बाहर निकालना होगा। उक्त निर्देश उपायुक्त मनदीप कौर ने लघु सचिवालय के सभागार में कॉलेज, आईटीआई और शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में दिए। उपायुक्त ने जिले में नशे की तस्करी में शामिल लोगों पर शिकंजा कसने के लिए व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा युवाओं को नशे के चंगुल से बचाने व सूचना जुटाने की प्रणाली को और मजबूत करने के साथ-साथ शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों के साथ नियमित बैठकें आयोजित जाएंगी ताकि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों बारे जागरूक किया जा सके।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला में सर्वे करवाते हुए नशा करने वालों की पहचान करें और उनकी काउंसलिंग करवाएं। कॉलेज प्राचार्यों से कहा कि वे हॉट स्पॉट चिह्नित करके इसकी रिपोर्ट भेजे और नशे के कारोबार से जुड़े लोगों की सूचना भी प्रशासन के साथ सांझा करें। इस कार्य में पुलिस विभाग का भी सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन के साथ-साथ विद्यालय व महाविद्यालय के विद्यार्थियों को नशा न करने बारे जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे की लत से रोकने के लिए विशेष अभियान चलाए जाएं।
नशा बेचने व नशा करने वालों की सूचना दें : एसपी
एसपी आस्था मोदी ने कहा कि जिला को नशा व अपराध मुक्त बनाने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। इस बुराई को समाज से मिटाने तथा नशा मुक्त व अपराध मुक्त समाज का निर्माण करने के लिए सभी लोगों को आगे आना होगा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि सरकार व जिला पुलिस द्वारा नशा मुक्त समाज का निर्माण करने के लिए चलाई जा रही मुहिम में भी बढ़-चढक़र भाग लें। उन्होंने कॉलेज प्राचार्यों से कहा कि यदि कोई व्यक्ति नशा बेच रहा है अथवा सेवन कर रहा है तो इसकी सूचना पुलिस को अवश्य दें। जो भी व्यक्ति गांव में ड्रग्स लेता है उसकी सूचना नजदीकी थाना प्रभारी को दें।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त राहुल मोदी, नगराधीश कैप्टन परमेश सिंह, डीईओ संगीता बिश्नोई, डीईईओ वेद दहिया, प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास, प्रो. सुरेंद्र ज्यानी सहित विभिन्न कॉलेज और आईटीआई के प्राचार्य मौजूद रहे।