फतेहाबाद। अपनी मांगों को लेकर 72 घंटे की हड़ताल पर गए ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने बुधवार को दूसरे दिन भी फतेहाबाद में बीडीपीओ कार्यालय पर धरना देते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आज के धरने की अध्यक्षता पवन कुमार और जगदीश ने की वहीं राज्य महासचिव विनोद कुमार विशेष तौर पर पहुंचे। धरने को संबोधित करते हुए राज्य महासचिव विनोद कुमार ने कहा कि हड़ताल पर जाने से पहले ग्रामीण सफाई कर्मचारी जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर पर प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों को लेकर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा रही है। सरकार के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के प्रति इस उपेक्षापूर्ण रवैये से उनमें भारी रोष है। इसको लेकर प्रदेशभर के ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने काम का बहिष्कार करते हुए 72 घंटे की हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की पंचायत मंत्री व अधिकारियों से कई बार बातचीत हो चुकी है लेकिन इस बार उन्हें आश्वासन देकर टरका दिया जाता है। पंचायत मंत्री खुद दोबारा मंत्री बनने का सपना देख रहे हैं और ग्रामीण सफाई कर्मचारियों से कहते हैं कि वे पक्का होने का सपना लेना छोड़ दें। उन्होंने कहा कि मंत्री की ऐसी बात से साफ जाहिर हो चुका है कि सरकार उन्हें दलित के सिवाय कुछ नहीं मानती और उनका शोषण ऐसा ही जारी रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार विधानसभा में पॉलिसी बनाकर तमाम कर्मचारी का पक्का करें और उन्हें 26 हजार रुपये न्यूनतम वेतन दिया जाए। शहर की तर्ज पर 400 की आबादी पर एक कर्मचारी की नियुक्ति की जाए। जिन पंचायतों में कूड़ा डालने की जगह नहीं है, वहां जगह उपलब्ध करवाई जाए। ईपीएफ, ईएसआई कार्ड दिए जाएं। बच्चों के लिए शिक्षा भता लागू हो और कर्मचारियों को काम के औजार दिए जाएं। ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को सरकार के पे-रोल पर लिया जाए। हर महीने की 7 तारीख तक मानदेय देना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सरकार को आगाह करते हुए कहा कि समय रहते बातचीत के द्वारा मांगों का समाधान नहीं किया गया तो यह हड़ताल आगे भी बढ़ सकती है धरने को प्रगट सिंह, भाल सिंह, पूर्ण सिंह, दीपक, सुरेंद्र कुमार, हुकम सिंह, कालू राम, गुलजारी लाल, हरपाल सिंह, बलवीर सिंह आदि ने भी संबोधित किया।